विलेज टाइम्स समाचार सेवा। हजारों मौंत के बाद सर्वप्रथम 600 करोड़ रूपये की लागत से चर्चा में आने के बाद लगभग 3600 करोड़ रूपये में निर्मित ...
विलेज टाइम्स समाचार सेवा। हजारों मौंत के बाद सर्वप्रथम 600 करोड़ रूपये की लागत से चर्चा में आने के बाद लगभग 3600 करोड़ रूपये में निर्मित हो रहे आगरा-मुम्बई राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमाक 3 को यूं तो 3 भागों में निर्मित होना है। जिसमें से शिवपुरी से गुना के बीच का मार्ग पूर्ण बताकर परिवहन के लिए पहले ही खोल दिया है। जहां टोल वसूली की जा रही है।
वहीं ग्वालियर से शिवपुरी के बीच निर्माणाधीन मार्ग का निर्माण बैसे भी 2 वर्ष की देरी से चल रहा है और निर्मित सड़क कई जगह क्षतिग्रस्त तो कही जगह फटी पड़ी है। तो कुछ भाग में अभी निर्माण ही शुरू नहीं हो सका है। उससे पूर्व ही इस मार्ग पर भी दो टोल शुरू किए जा चुके है।
अगर सू़त्रों की माने तो इस मार्ग पर 2042 तक टोल बसूली की जानी है। जबकि नवनिर्मित मार्ग ही कई जगह क्षतिग्रस्त पड़ा है। अगर चर्चाओं की माने तो चैकीदारों के सार्गिद निर्माण कम्पनियां मनमानी ढंग से सड़क निर्माण कर टोल बसूली पर लग चुकी है। देखना होगा कि इस पठानी बसूली पर विधि सम्वत संस्थायें या स्वयं को सेवक चैकीदार बताने वाले लोग ऐसी ऐजेन्सियों के खिलाफ क्या कार्यवाही कर पाते यह देखने योग्य बात होगी।
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