विलेज टाईम्स. यूं तो केन्द्र सरकार के धन से चलने वाली योजनाओं में पर्याप्त धन न मिलने से कई प्रदेशों की सरकारें परेशान और हैरान है। जिस...
विलेज टाईम्स. यूं तो केन्द्र सरकार के धन से चलने वाली योजनाओं में पर्याप्त धन न मिलने से कई प्रदेशों की सरकारें परेशान और हैरान है। जिसकी चर्चा उन प्रदेशों के मु यमंत्री आये दिन करते नहीं थकते, जो प्रदेश केन्द्र की मदद न मिलने से परेशान मगर सबसे बड़ा कुटारा घाट तों म.प्र. सरकार पर हुआ है। जिसके विभिन्न विभागों द्वारा चलाई जा रही योजनाओं में न तो धन है, और न ही हाालिया रुप केन्द्र से कुछ मिलने की उ मीद।
जो मु यमंत्री कभी यू.पी.ए. सरकार भेद-भाव को लेकर किसानों के लिये धरने तक पर बैठने तैयार थे। आज उन्हीं की पार्टी की केन्द्र सरकार ने म.प्र. के उज्जैन में वर्ष 2016 के कु भ मेले के लिये 1750 करोड़ रुपये मांगे थे उसके उपज में केन्द्र के वित्त मंत्रालय ने अन्य राज्यों की तरह 550 करोड़ ही देने की ही इच्छा प्रकट की है। हालाकि सिंहस्थ की तैयारियों के मद्देनजर म.प्र. के मु यमंत्री देश के प्रधानमंत्री को कु भ में आने का आग्रह भी व्यक्तिगत तौर पर मिलकर कर आये थे। मगर केन्द्र के वित्त मंत्रालय ने म.प्र. सिंहस्थ के लिये 550 करोड़ की बात कहकर मामला समाप्त कर दिया।
ऐसा नहीं कि म.प्र. सरकार की चिन्ता सिंहस्थ के खर्चे को लेकर पहली और आखिरी हो, मगर सत्य यह है कि केन्द्र के सहयोग से चलने वाली योजनाओं की ही नहीं म.प्र. सरकार के कई विभागों की माली हालात खराब है। फिर चाहे वह अधोसंरचना निर्माण से जुड़े लोक निर्माण, ग्रामीणी यांत्रिकी सेवा, लेाक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग हो या फिर म.प्र. डबलबमेन्ट कॉरपोरेशन और ऊर्जा विभाग जिसमें बैल फेयर कार्यो से जुड़े विभागों की हालात भी कोई जुदा नहीं जिसमें सुरक्षा और स्वास्थ सेवा की हालात तो बद से बत्तर है। जिसमें स्वीकृत पदो के विरुद्ध हजारों की तादाद में पद खाली है। जबकि आबादी सेवाओं की तुलना में कहीं अधिक है। एक जिला तो ऐसा है जहां की आबादी 18 लाख के आसपास, मगर सुरक्षा के लिये एक ला ा पर एक हजार जवान ाी मौजूद नहीं। रहा सवाल सबसे अहम स्वास्थ सेवाओं का तो इस विभाग में भी जनसं या की तुलना में उतने डॉक्टर, कर्मचारी नहीं जितनी जरुरत है।
यूं तो अपनी आर्थिक और व्यवस्थागत समस्याओं से म.प्र. सरकार जूझ ही रही थी। मगर खुद की सरकार केन्द्र में आने के बाद फिलहॉल बोलती बन्द है। क्योंकि अब गुडगर्वनेन्स का जमाना जो आ गया है। जहां अधोसंरचना निर्माण से जुड़ी ऐजेन्सियाँ और मजदूर आज भी कई महिनों पश्चात अपने भुगतान के लिये ाटक रहे है। तो कुछ अपना धन्धा छोड़ छुपचाप घर बैठ लिये है। देखना होगा कि सबसे साथ, सबका विकास का नारा देने वाली केन्द्र सरकार कब तक साथ देने और विकास की बाट जोते लेागों को पैसो के लिये भटकाती है।
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ओबामा अपने विचार आकाशवाणी पर मन की बात में साझा करेंगे
22-जनवरी, 2015 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति श्री बराक ओबामा 27 जनवरी 2015 को आकाशवाणी से प्रसारित होने वाले कार्यक्रम "मन की बात" की अगली कड़ी में अपने विचार साझा करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा- "इस महीने की 'मन की बात' की कड़ी विशेष होगी क्योंकि हमारे गणतंत्र दिवस के अतिथि राष्ट्रपति बराक ओबामा और मैं एक साथ हमारे विचार साझा करेंगे। मैं राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ विशेष "मन की बात" कार्यक्रम का बेसब्री से इंतज़ार कर रहा हूं, जिसका प्रसारण 27 जनवरी को होगा । राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ "मन की बात" आपकी भागीदारी के बिना पूरी नहीं होगी। 25 जनवरी तक #AskObamaModi का उपयोग कर अपने प्रश्न भेजें। इसके अतिरिक्त, MyGov (मेरी सरकार) पर भी प्रश्न भेज सकते है। विशेष रूप से तैयार किया गया ओपन फोरम http://mygov.in/groupissue/questions-for-special-mann-ki-baat-programme-with-pm-modi-and-president-obama/show " पर आप अपने सवाल भेजें।
राज्यपाल द्वारा सुभाषचंद्र बोस जयंती पर श्रद्धा-सुमन अर्पित
भोपाल : गुरूवार, जनवरी 22, 2015,राज्यपाल श्री राम नरेश यादव ने महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर श्रद्धाजलि अर्पित करते हुए उनका पुण्य-स्मरण किया। राज्यपाल श्री यादव ने युवाओं से नेताजी के उपदेशों को आत्मसात कर देश की एकता, अखंडता और विकास के लिए सक्रिय भागीदारी निभाने का आव्हान किया है। राज्यपाल श्री यादव ने कहा है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का नाम विश्व इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है। वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी महानायकों में से एक थे। नेताजी को देश की आजादी की प्रेरणा अपने पिता से मिली थी, जिन्होंने अंग्रेजों के दमन चक्र के विरोध में रायबहादुर की उपाधि लौटा दी थी। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नेताजी ने आजाद हिन्द फौज का गठन किया। राज्यपाल ने कहा कि नेताजी के उस समय कहे गये वाक्य 'हमारी आजादी निश्चित है। परन्तु आजादी बलिदान मांगती है। आप मुझे खून दो, मैं आपको आजादी दूँगा-'' नौजवानों के लिए हर समय प्रासंगिक और प्रेरणादायी रहेंगे।
पंचायत आम चुनाव कार्य के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में तहसीलदार और उप अभियंता निलंबित विभागीय जांच के आदेश
रायपुर, 22 जनवरी 2015 छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव में सौपे गए कार्यों के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में कांकेर जिले के नरहरपुर विकासखण्ड के रिटर्निंंग आफिसर श्री एस.आर. दीवान (तहसीलदार) तथा सहायक रिटर्निंग आफिसर (पंचायत) केन्द्र सरोना श्री विनोद कुमार देवान (उप अभियंता) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच करने के आदेश दिए गए हैं। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा कलेक्टर कांकेर की रिपोर्ट को गंभीरता से लिया और इस आशय के आदेश आज जारी किए हैं। आदेश में कलेक्टर कांकेर के प्रतिवेदन का उल्लेख करते हुए बताया गया है कि श्री एस.आर. दीवान तहसीलदार को त्रिस्तरीय पंचायत आम चुनाव 2015 के लिए विकासखण्ड नरहरपुर के लिए रिटर्निंंग आफिसर नियुक्त किया गया था। इसी प्रकार श्री विनोद कुमार देवान उप अभियंता को नरहरपुर विकासखण्ड के सरोना केन्द्र के लिए सहायक रिटर्निंग आफिसर बनाया गया था। ग्राम पंचायत चोरिया की श्रीमती गीता नेताम पति श्री मंजीत नेताम द्वारा 13 जनवरी 2015 को आवेदन प्रस्तुत कर अवगत कराया गया कि उन्होंने दिनांक पांच जनवरी 2015 को ग्राम पंचायत चोरिया के सरपंच पद के लिए निर्धारित नाम निर्देशक केन्द्र सरोना में नामांकन दाखिल किया था। उनके द्वारा सरपंच पद का चुनाव न लड़ने का निर्णय लेते हुए 10 जनवरी 2015 को अपनी उम्मीदवारी वापस लेने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया था, परन्तु रिटर्निंग आफिसर और सहायक रिटर्निंग आफिसर ने उनकी उम्मीदवारी वापसी के आवेदन को मान्य न करते हुए उन्हें प्रारूप - 8 ख में चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिया। कलेक्टर के प्रतिवेदन में बताया गया है कि प्रकरण में उपलब्ध अभिलेखों का परिशीलन करने से प्रथम दृष्टया यह स्पष्ट है कि त्रिस्तरीय पंचायत आम निर्वाचन 2015 जैसे महत्वपूर्ण कार्य में रिटर्निंंग आफिसर श्री एस.आर. दीवान तथा सहायक रिटर्निंग आफिसर श्री विनोद कुमार देवान का उपरोक्त लापरवाही पूर्ण कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के प्रावधान के विपरित है। छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम 9 सहपठित भारत के संविधान के अनुच्छेद 243ट, छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा42 तथा छत्तीसगढ़ पंचायत निर्वाचन नियम 1995 के नियम 17 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए रिटर्निंग आफिसर एवं तहसीलदार श्री एस.आर. दीवान तथा सहायक रिटर्निंग आफिसर एवं उपअभियंता श्री विनोद कुमार देवान को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में तहसीलदार श्री दीवान का मुख्यालय जिला कार्यालय कांकेर तथा उपअभियंता श्री देवान का मुख्यालय कार्यपालन अभियंता कार्यालय ग्रामीण यांत्रिकी सेवा कांकेर रहेगा।
आई.ए.एस. श्री सोनकर तहसीलदार व रिटर्निंग आफिसर नियुक्त
छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी श्री जगदीश सोनकर सहायक कलेक्टर जिला उत्तर बस्तर (कांकेर) को तहसीलदार नरहरपुर तथा रिटर्निंग आफिसर (पंचायत) नरहरपुर के पद पर नियुक्त किए जाने की अनुमति दे दी है। कलेक्टर कांकेर द्वारा इस संबंध में आयोग को पत्र भेजकर अनुमति मांगी गई थी।
स्वाईन लू मामलों में विशेष सर्तकता बरते-चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री
जयपुर, 22 जनवरी। प्रदेश में स्वाईन लू की प्रभावी रोकथाम सुनिश्चित करने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को विशेष सर्तकता बरतने के निर्देश दिये गये हंै। स्वाईन लू के लक्षण पाये जाने पर तत्काल जांच कराने एवं पॉजीटिव पाये जाने पर यथाशीघ्र उपचार कराने के निर्देश दिये गये हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ ने जनवरी माह में आये स्वाईन लू पॉजीटिव मामलों को गंभीरता से लेते हुए समस्त चिकित्सा कार्मिकों को विशेष सर्तकता बरतने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने प्रदेश के समस्त राजकीय चिकित्सालयों में स्वाईन लू की दवा की पर्याप्त आपूर्ति भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं। प्रमुख शासन सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री मुकेश शर्मा ने गुरूवार को शासन सचिवालय में आयोजित समीक्षा बैठक में स्वाईन लू की रोकथाम के लिए किये जा रहे प्रयासों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सर्दी जुकाम-खांसी आदि लक्षण पाये जाने पर रोगी की तत्काल जांच हेतु नमूने लिए जाएं एवं स बन्धित जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज अस्पताल के तत्काल नमूने भिजवाकर जांच करवाई जाये।
श्री शर्मा ने कहा कि स्वाईन लू पॉजीटिव पाये जाने पर रोगी के उपचार की पु ता व्यवस्था करने के साथ ही रोगी के स पर्क में आये समस्त व्यक्तियों की भी स्क्रीनिंग की जाये। उन्होंने स्वाईन लू जांच व उपचार के लिए आवश्यक किट व दवाईयों की आपूर्ति की स्थिति की विस्तार से समीक्षा की एवं इन्हें नियमित बनाये रखने के निर्देश दिये। निदेशक, जन स्वास्थ्य डॉ. बी.आर.मीणा ने बताया कि प्रदेश में इस माह अब तक 258 नमूनों की जांच में स्वाईन लू के 58 नमूने पॉजीटिव पाये गये एवं 9 महिलाओं सहित 13 व्यक्तियों की मृत्यु की सूचना है। स्वाईन लू पॉजीटिव के मामले 15 जिलों में पाये गये हैं।
COMMENTS