जन समस्या सुनता प्रशासन नागदा तालाब ओवरफलो होने से बीस परिवार बेघर बंद 8 गांव से संपर्क टूटा पिछोर शिवपुरी म.प्र. शिवपुरी जिले के...
जन समस्या सुनता प्रशासन |
नागदा तालाब ओवरफलो होने से बीस परिवार बेघर बंद 8 गांव से संपर्क टूटा
पिछोर शिवपुरी म.प्र. शिवपुरी जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश से जन,धन हानि तो हो ही रही है,अब तो लेाग बेघर होने पर भी मजबूर होते जा रहे है।
जिला प्रशासन के और शासन के आदेश निर्देश भले ही दम तोड़ चुके हो उन पर आंशू बहाने वाले भी नजर नहीं आते म.प्र. के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्राम कोटवारों की पंचायत में निर्णय अंपरात निर्देश दिये थे। कि गांव के चौकीदारों को ड्रेस ही नहीं मोबाईल टॉर्च इत्यादि संसादन मौहिया कराये जाए देखा जाए तो अब हर पंचायत में शासन से जुड़े सरंपच,पंच,सचिव,रोजगार सहायक,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता,स्वास्थ कार्यकर्ाा,हेन्ड पंप मैकनिक,गुरु जी इत्यादि लेाग के अलावा तहसील स्तर पर शासन का पूरा का पूरा अमला तैनात है। मगर जब भी कोई समस्या आती है,तो सीधे जिला प्रशासन की ही फजीहत होती है। आखिर ऐसा क्यों ये तो शासन प्रशासन ही जाने पुल-पुलिया ओवरफलो तो कहीं तालाब फूटने से फसल तो कई लेाग बेघर बार हो रहे है।
हालकि मैं जिला मुख्यालय के नाले में एक मासूम का दिनदहाड़े वहजाना प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्र खड़ा करता है। जबाब जो भी हो मगर जबावदेही से नहीं बचा जा सकता। पिछोर में इस बार बारिश से मुसीबत खड़ी हो गई है। यहां पर बीस साल से खाली पड़ा प्राचीन नागदा तालाब ओवरफलेा हो गया है। तालाब के ओवरफलो होते ही उसके आसपास बने गरीबों के आशियाने में पानी भर गया,जिससे एक दर्जन परिवार सड़क पर आ गए। पिछोर-भगवंतपुरा के बीच दो वर्ष पूर्व बनाया गया पुल भी पानी डूब गया,जिससे आठ गांव का संपर्क बंद हो गया है। दस किमी का फेरा लगाने से बचने के लिए ग्रामीण किराए की नाव से उस पार जा रहे है।
जिले की औसत बारिश 816.3 मिली से अधिक 836.5 मिमी वर्षा पिछोर में हो चुकी है। जिसके चलते न केवल नदी-नालों में उफान आ गया,बल्कि 20 साल से खाली रहने वाला नागदा तालाब ओवरफलों हो गया है। लंबे अरसे से तालाब खाली रहने की वजह से खुरई पंचायत के भगवंतपुरा गांव रहने वाले एक दर्जन आदिवासी मजदूर तालाब किनारे ही झोपड़ी बनाकर रहने लगे थे। रविवार की शाम से हुई झमाझम बारिश रात भर होती रही, जिससे सोमवार की सुबह गरीबों के आशियाने में पानी भर गया। क"ाी झोपड़ी में पानी भरने से गरीबों की गृहस्थी व खाने-पीने का सामान भी बेकार हो गया। किसी तरह मजदूर परिवार अपना सामान लेकर सूखी जगह पर पहुंचे,लेकिन बारिश के इस मौसम में उनके सिर पर छत नहीं है।
तालाब किनारे रहने वाली जमना आदिवासी,हरीराम,मानसिंह,भरतु,बिहारी,हरी,घनश्याम,सिरनाम,आदिवासी,गोपी केवट की झोपड़ी में पानी भर गया। झोपडिय़ों में पानी भरने से जमना आदिवासी का दो क्विंटल गेहंू,आटा,कपड़े भरतु का एक क्विंटल गेहूं 20 किलो आटा एवं अन्य सामान,मानसिंह आदिवासी के घर में रखा 75 किलों गेहंू,आटा-दाल व गृहस्थी का सामान बर्बाद हो गया।
वही लगातार बारिश चलते अज्ञात बामारियों ने भी पैर पसारना शुरु कर दिया है शिवपुरी जिले की करैरा तहसील के ग्राम अमोला के मजरा रामपुरा में अज्ञात बीमारी के चलते एक ब"ाी की मौत और 11 लेाग गम्भीर हालात में बीमार हो गये है
रामपुरा मजरा में निवासरत आदिवासी परिवारों ने आज दोपहर करीब दो बजे भोजन किया करने के पश्चात सभी लोग उल्टी-दस्त से बेहाल हो गए और देखते ही देखते एक मासूम की मौत हो गई। जबकि लाडा बाई पत्नी किशना उम्र 70 वर्ष,सतेन्द्र पुत्र महेंन्द्र उम्र 5 वर्ष,गुड्डी बाई पत्नी सुग्री उम्र 35 वर्ष,बालु पुत्र लंसु आदिवासी उम्र 50 वर्ष,बल्ली पुत्र हरवन आदिवासी उम्र 7 वर्ष,दीपेन्द्र पुत्र रामकुमार उम्र 3 वर्ष व विष्णु पुत्र हन्नु आदिवासी उम्र 72 वर्ष की हालत बिगड़ गई। मामले की पड़ताल की जा रही है।
जबकि चिकित्सकों के मुताबिक दूषित व जहरीली मछलियों के सेवन से यह घटना हुई है। बीमारों को इलाज के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
जिले की औसत बारिश 816.3 मिली से अधिक 836.5 मिमी वर्षा पिछोर में हो चुकी है। जिसके चलते न केवल नदी-नालों में उफान आ गया,बल्कि 20 साल से खाली रहने वाला नागदा तालाब ओवरफलों हो गया है। लंबे अरसे से तालाब खाली रहने की वजह से खुरई पंचायत के भगवंतपुरा गांव रहने वाले एक दर्जन आदिवासी मजदूर तालाब किनारे ही झोपड़ी बनाकर रहने लगे थे। रविवार की शाम से हुई झमाझम बारिश रात भर होती रही, जिससे सोमवार की सुबह गरीबों के आशियाने में पानी भर गया। क"ाी झोपड़ी में पानी भरने से गरीबों की गृहस्थी व खाने-पीने का सामान भी बेकार हो गया। किसी तरह मजदूर परिवार अपना सामान लेकर सूखी जगह पर पहुंचे,लेकिन बारिश के इस मौसम में उनके सिर पर छत नहीं है।
तालाब किनारे रहने वाली जमना आदिवासी,हरीराम,मानसिंह,भरतु,बिहारी,हरी,घनश्याम,सिरनाम,आदिवासी,गोपी केवट की झोपड़ी में पानी भर गया। झोपडिय़ों में पानी भरने से जमना आदिवासी का दो क्विंटल गेहंू,आटा,कपड़े भरतु का एक क्विंटल गेहूं 20 किलो आटा एवं अन्य सामान,मानसिंह आदिवासी के घर में रखा 75 किलों गेहंू,आटा-दाल व गृहस्थी का सामान बर्बाद हो गया।
वही लगातार बारिश चलते अज्ञात बामारियों ने भी पैर पसारना शुरु कर दिया है शिवपुरी जिले की करैरा तहसील के ग्राम अमोला के मजरा रामपुरा में अज्ञात बीमारी के चलते एक ब"ाी की मौत और 11 लेाग गम्भीर हालात में बीमार हो गये है
रामपुरा मजरा में निवासरत आदिवासी परिवारों ने आज दोपहर करीब दो बजे भोजन किया करने के पश्चात सभी लोग उल्टी-दस्त से बेहाल हो गए और देखते ही देखते एक मासूम की मौत हो गई। जबकि लाडा बाई पत्नी किशना उम्र 70 वर्ष,सतेन्द्र पुत्र महेंन्द्र उम्र 5 वर्ष,गुड्डी बाई पत्नी सुग्री उम्र 35 वर्ष,बालु पुत्र लंसु आदिवासी उम्र 50 वर्ष,बल्ली पुत्र हरवन आदिवासी उम्र 7 वर्ष,दीपेन्द्र पुत्र रामकुमार उम्र 3 वर्ष व विष्णु पुत्र हन्नु आदिवासी उम्र 72 वर्ष की हालत बिगड़ गई। मामले की पड़ताल की जा रही है।
जबकि चिकित्सकों के मुताबिक दूषित व जहरीली मछलियों के सेवन से यह घटना हुई है। बीमारों को इलाज के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
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