म.प्र. शिवपुरी ग्राम भौती जन्म अष्ठमी दिन घर,लौटते लगभग 15 लोगों की सांसे तब थम गयी जब ग्वालियर से खोड़ ग्राम जा रही बस महुंअर नदी पर ग्रा...
म.प्र. शिवपुरी ग्राम भौती जन्म अष्ठमी दिन घर,लौटते लगभग 15 लोगों की सांसे तब थम गयी जब ग्वालियर से खोड़ ग्राम जा रही बस महुंअर नदी पर ग्राम भौती आसपुर के बीच बने पुल पर फस तेज बहाव के चलते बस रैलिंग तौड़ जल समाधि की तैयारी में थी। तभी बस का पहिया फस गया और बस बीच पुल पर रुक गयी। और सबार लगभग 13 सबारी जो नदी में बढ़तें जल स्तर के चलते खिड़कियाँ तोड़ छत पर जान बचाते चढ़ चुकी थी।
मगर जिला प्रशासन के जिला कलेक्टर आर.के जैन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित सिंह के सार्थक प्रयासों के चलते सी.आर.पी.एफ.आई.टी.व्ही.पी. के जवानों ने 13 यात्रियों को जान पर खेल कर बचा लिया।
वही कुछ दिन पूर्व शिवपुरी जिला मुख्यालय पर जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे 9 वी के छात्र आंसू जैन जो स्कूल से घर लौटते वक्त नाले पर बनी पुलिया से वह गया। और दो दिन तक न तो प्रशासन उस बच्चे की जान बचा सका न ही उसे खोज सका। प्रशासन के माथे की सुकडऩ तब कम हुई जब उस मासूम की लाश पानी के ऊपर मिल गयी।
जबकि ज्ञात हो कि जिले में जोरदार बारिस के दौरान कलेक्टर ने भ्रमण किया था तो उन्होने अपने मतहतों को विभिन्न पुल पुलियों पर पानी होने की स्थति में लोग उसे पार न करे ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाये के निर्देश दिये थे। मगर मातहतों ने कलेक्टर के निर्देशों को क्यों हवा में उड़ा दिया यह तो वही जाने। मगर विगत दिनों से हो रही जोरदार बारिस में एक माँ ने अपने इकलौते पुत्र को खो दिया। अब दलील सबाल जो भी हो। मगर ये हकीकत है। कि वह सब कुछ होंने के बावजूद आज भी हम असहाय क्यों है।
वही कुछ दिन पूर्व शिवपुरी जिला मुख्यालय पर जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे 9 वी के छात्र आंसू जैन जो स्कूल से घर लौटते वक्त नाले पर बनी पुलिया से वह गया। और दो दिन तक न तो प्रशासन उस बच्चे की जान बचा सका न ही उसे खोज सका। प्रशासन के माथे की सुकडऩ तब कम हुई जब उस मासूम की लाश पानी के ऊपर मिल गयी।
जबकि ज्ञात हो कि जिले में जोरदार बारिस के दौरान कलेक्टर ने भ्रमण किया था तो उन्होने अपने मतहतों को विभिन्न पुल पुलियों पर पानी होने की स्थति में लोग उसे पार न करे ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाये के निर्देश दिये थे। मगर मातहतों ने कलेक्टर के निर्देशों को क्यों हवा में उड़ा दिया यह तो वही जाने। मगर विगत दिनों से हो रही जोरदार बारिस में एक माँ ने अपने इकलौते पुत्र को खो दिया। अब दलील सबाल जो भी हो। मगर ये हकीकत है। कि वह सब कुछ होंने के बावजूद आज भी हम असहाय क्यों है।
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